बांसवाड़ा.।   शहर से सटे सेवना ग्राम पंचायत क्षेत्र में करीब 40 करोड़ रुपए की जमीन के फर्जी पट्टे बांट दिए गए हैं। विभागीय जांच में सामने आया कि उदयपुर रोड व आसपास के क्षेत्र में 50 हजार वर्गफीट भूमि की हेराफेरी कर भू-माफियों व प्रभावशाली लोगों को फायदा पहुंचाया गया।कानूनी रूप से सभी पट्टे अवैध हैं क्योंकि पंचायत समिति व ग्राम पंचायत स्तर पर उनका कोई रिकॉर्ड ही उपलब्ध नहीं है। बाजार से फर्जी पट्टाबुक लाकर सचिव व अन्य कार्मिकों ने चहेतों को पट्टों की बंदरबांट कर दी।उल्लेखनीय है कि दो पट्टों के फर्जी होने की शिकायत पर जिला परिषद् ने जांच शुरू की थी। अब जांच में गड़बडिय़ों का पूरा पिटारा ही खुल गया है।

40 पट्टे होंगे निरस्त

जिला परिषद के जांच दल ने करीब 202 पेज की रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा उजागर कर 40 पट्टों को निरस्त करने की सिफारिश की है। अब जिला परिषद ने कानूनी राय व आगामी कार्रवाई के लिए अब रिपोर्ट ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के संयुक्त शासन सचिव (विधि) को भेजा है।

बिना नाम के 35 पट्टे

फर्जीवाड़े का अंदाजा इसी से लगता है कि 35 पट्टे बिना नाम के ही जारी हो गए। ग्राम पंचायत सेवना की ओर से वर्ष 2012-13 में कुल 40 पट्टे जारी किए गए।

ऐसे हैं मामले

रोकड़ बही में जमा राशि की कोई प्राप्ति रसीद, दिनांक भी अंकित नहीं की गई।

जमा पट्टाधारकों की राशि में से महज दो पट्टाधारियों की मिसल-कार्रवाई पत्रावली पाई गई।

तीन प्रतियों की पट्टा बुक में कई तरह की कांट-छांट के अलावा क्रमांक छोड़कर पट्टे जारी कर दिए गए।

ग्राम पंचायत से प्राप्त पट्टा बुक संख्या 1 जो 20 फरवरी 13 को इश्यू होना बताया गया, जिसमें भी पट्टा संख्या दो की तीन प्रतियों का अभाव पाया गया।

पट्टा संख्या 22 से भी तीन प्रतियां प्राप्त नहीं हुई, वही पट्टा संख्या 11 की तीनों प्रतियां पट्टा बुक में खाली पाई गई।