जोधपुर की इस अद्भुत शादी में ‘आंखों’ से नहीं ‘दिल’ से एक दूजे के हुए ये जोड़े
जोधपुर। हर किसी को साथी मिलता है। कहा जाता है कि जोडिय़ां ऊपर बनती हैं। जब अक्षय तृतीया की पूर्व संध्या पर नेत्रहीन विकास संस्थान की दो युवतियों सहित कुल तीन जोड़े परिणय सूत्र में बंधे, तो बिल्कुल ऐसा ही अहसास हुआ। ऐसे जोड़े थे कि देखने वाला हर कोई खुशी से भर उठा।
गाजे बाजे के साथ निकली बारात
विशेष सामूहिक विवाह समारोह में आशीर्वाद देने शहर के गणमान्य लोग पहुंचे। शाम 7 बजे पाल लिंक रोड निवासी समाजसेवी आनंद व सुरेश राठी के निवास से बारात गाजे-बाजे के साथ रवाना होकर कमला नेहरू नगर स्थित नेत्रहीन विकास संस्थान परिसर पहुंची। आकर्षक रोशनी से सजे परिसर में मंच पर प्रज्ञा चक्षु भगवती मीणा को उनके जीवन साथी राजाराम मीणा व गुड्डी विश्नोई को आशीष विश्नोई ने वरमाला पहनाई, तो समूचा परिसर तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। सामूहिक विवाह समारोह में संस्थान के वार्डन की पुत्री स्वातिसिंह का विवाह दीपक देवड़ा संग हुआ।
आशीर्वाद की लड़ी
आशीर्वाद समारोह में राजस्थान उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश अजय रस्तोगी, जस्टिस संदीप मेहता, जस्टिस निर्मलजीत कौर व जयश्री ठाकुर, पूर्व सांसद गजसिंह, हेमलता राज्ये, विधायक कैलाश भंसाली, पवन मेहता सहित बड़ी संख्या सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी व उद्यमियों ने वर-वधू को आशीर्वाद प्रदान किया।
नेत्रहीन विकास संस्थान की अध्यक्ष सुशीला बोहरा, सचिव बसंतराज शाह, उपाध्यक्ष सुरेश गांधी, दिलीप सुराणा, विवाह आयोजन समिति संयोजक महेन्द्र लोढ़ा आदि ने वर वधुओं को आशीर्वाद प्रदान कर उनके मंगलमय जीवन की कामना की। आशीर्वाद समारोह के बाद परिसर में बनी अलग-अलग चंवरियों में पं. जीवराज श्रीमाली के आचार्यात्व में पाणीग्रहण संस्कार की रस्म पूरी की। प्रारंभ में विवाह समारोह समिति के भोमराज गोलिया, पारस कवाड, मनमोहन कर्णावट, अनिल बोहरा, लालचंद जैन, अतुल सिंह व महेन्द्र सिंघवी ने अतिथियों का स्वागत किया।