जोधपुर एम्स से अब कोई नहीं लौटेगा बिना इलाज



जोधपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भविष्य में सर्वर डाउन होने जैसी अड़चन आने पर मरीजों को देखने की वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए ओपीडी स्तर पर प्लानिंग की है। अगर सर्वर डाउन होने से किसी का ऑनलाइन रजिस्टे्रशन न हो तो मैनुअल रजिस्टे्रशन कर हाथ से लिखी स्लिप पर भी मरीज डॉक्टर को दिखा सकेंगे। इसमें गांवों से आने वाले मरीजों को प्राथमिकता दी जाएगी।गौरतबल है कि एम्स में सोमवार को सर्वर डाउन होने से ओपीडी टाइम में मरीजों का रजिस्टे्रशन नहीं हो पाया। इससे कई मरीज डॉक्टर को दिखाए बिना चले गए थे। अब एम्स में भविष्य में ऐसी समस्या से निपटने के लिए तीन अलग-अलग लेवल तैयार किए हैं इसमें पहले लेवल पर आईटी विंग को अलर्ट किया गया है। इसमें आईटी टीम ने आगे से सर्वर डाउन न हो और मरीजों का रजिस्टे्रशन ओपीडी टाइम में न रुके इसके लिए अभी से काम शुरू कर दिया गया है।बाहर से आने वाले मरीजों को मिलेगी सुविधा दूसरे लेवल में अगर सर्वर डाउन होने पर मैनुअल रजिस्टे्रशन की व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। इस कार्ड में मरीजों का टेंपरेरी नंबर अंकित होगा। उस पर स्लिप बना दी जाएगी। इस पर अलग से बार कोड डाल दिया जाएगा। इस तरह के अस्थाई कार्ड पर टी लिखा होगा ताकि तकनीकी स्टाफ मरीज द्वारा दी जाने वाली जानकारी का डाटा जनरेट कर उसका फॉर्म तैयार कर लेंगे। उसके बाद डॉक्टर को दिखाना व उसकी रिपोर्ट लेना आसान होगा। गांव से आने वाले मरीजों को विशेष तौर पर सुविधा दी जाएगी। ओपीडी इंचार्ज डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि तीसरे लेवल में ओपीडी के डॉक्टर जरूरत होने पर अधिक गंभीर मरीज को अस्पताल में अलग से बुलाकर भी देख लेंगे। ऐसे समय में रजिस्टे्रशन न होने पर ओपीडी टाइम के बाद भी मरीजों को देखना बंद नहीं किया जाएगा।
