जो उसके साथ नहीं, उसे भारत में जीने का कोई हक नहीं



भरतपुर। . शहर के एमएसजे कॉलेज में संस्कृत व्याख्याता डॉ.राजाराम बौद्ध को अज्ञात व्यक्ति ने धमकी भरा पत्र भेजकर दस लाख रुपए की मांग की है। पत्र में व्याख्याता को उसके घर पर गुरुवार व शुक्रवार की दोपहर आने वाले उसके आदमी को दस लाख रुपए देने के लिए कहा है। साथ ही धमकाया कि उक्त व्यक्ति को पुलिस, जेल व हत्या का डर दिखाया तो तुम्हारी जान बहुत सस्ती होगी।गुरुवार दोपहर अनुसूचित जाति समाज का एक प्रतिनिधिमण्डल पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश से मिला और मामले से अवगत कराया। जिस पर एसपी ने व्याख्याता के तिलकनगर स्थित घर के आसपास सुरक्षा बढ़ाने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमण्डल में कांग्रेस नेता डॉ.सुरेश यादव, नगर निगम पार्षद मोती सिंह, प्रेम सिंह आर्य, पूर्व बसपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सोना, पूरन सिंह परनामी, राजेश सरपंच, पार्षद किशन पाल, धनगज सिंह, महेश जाटव आदि शामिल थे।
मेरे साथ हैं तो आप खुशनसीब है…

पत्र में लिखा है कि आप मेरे साथ हैं तो आप खुशनसीब हैं। उसने कहा कि मैं ऐसा इंसान हूं, जिसके पास बड़ी सोच, बड़ी ताकत और बड़ी जिम्मेदारी है। मैं निम्म वर्ग का युवक देश का हुक्मरान बनने की सोच और हर नामुमकिन को हल करने की ताकत रखता हूं। मुझे देश के कानून से वाकिफ कराना यानी कानून को सर्वश्रेष्ठ बनाने लिए कुछ नए कानून और बनाना काम करना है, जो बाबा साहेब ने किया है। इसी कार्य के लिए मैं आपसे 10 लाख रुपए की रकम देने को कह रहा हूं। पत्र में लिखा है कि जो उसके साथ नहीं, उसे भारत में जीने का कोई हक नहीं है। ये 10 लाख आपके 15 महीने की इनकम है। न देने पर करोड़ों की माया मिट जाएगी, फिर आप दया की उम्मीद नहीं करना।
घर के पत्ते पर भेजा पत्र
व्याख्याता ने बताया कि ये पत्र 7 अप्रेल को घर के पत्ते पर आया था, जिसमें भेजने वाले व्यक्ति ने स्वयं को 19 साल का बताया है। पत्र में उसने लिखा कि 10 लाख रुपए ज्यादा नहीं हैं और वह एक जनवरी 2020 में देश का प्रधान होगा। पत्र मिलने के बाद उन्होंने 9 मई को थाना पुलिस व एसपी से मुलाकात मामले से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पत्र में 12 व 13 मई का उल्लेख है, जिस पर पुलिस अधीक्षक से मिलकर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई है। पत्र भेजने वाले का नाम सीमा चौधरी निवासी चौबुर्जा लिखा है।