कोटा। राजस्थान सरकार ने कक्षा आठ में पढ़ाई जाने वाली सोशल साइंस की पाठ्यपुस्तक से देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का नाम ही मिटा दिया है। पुरानी किताब के राष्ट्रीय आंदोलन खंड में नेहरू की भूमिका पर पाठ्य सामग्री शामिल थी, जिसे पाठ्यक्रम की समीक्षा के नाम पर प्रदेश सरकार ने हटा दिया। जिसका सोमवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया।

एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अनुराग गौतम के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पहले राजकीय महाविद्यालय से जेडीबी कन्या महाविद्यालय होते हुए कॉमर्स कॉलेज तक विरोध मार्च निकाला। बाद में कार्यकर्ताओं ने कॉमर्स कॉलेज पर प्रदर्शन कर शिक्षामंत्री को हटाए जाने की मांग की। छात्रों ने कहा कि यदि सरकार नई किताब वापस नहीं लेती तो शिक्षामंत्री के घर के बाहर अनशन किया जाएगा।
 प्रदर्शन करने वाले में कॉमर्स कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष प्रफुल्ल पाठक, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष तरुण चतुर्वेदी, हिमांशु दीक्षित, विपिन शर्मा, कुंजबिहारी, मनीष पारेता, महावीर मेघवाल, सचिन मेघवाल, चेतन यादव, पंकज शर्मा, दुर्गेश गोस्वामी, टीकम नागर, गिरीश गौतम, विशाल मेवाड़ा और अक्षय गौतम आदि छात्रनेता मौजूद रहे।
उधर, युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले में विरोध जताया है। कोटा उत्तर विधानसभा के कार्यकर्ताओं ने घोड़ेवाले चौराहे पर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। जिसमें महासचिव शाहबाद खान, आमीन रंगरेज, लक्की मेवाड़ा, टीकम सिंह, हर्ष संगर, आयुष नन्दवाना, दीपक मीणा और समीर गौरी आदि मौजूद रहे।