लॉयन न्यूज नेटवर्क।

डोनाल्ड ट्रंप के पुनः राष्ट्रपति बनने से ईरानी मुद्रा रियाल में तेज गिरावट दर्ज की गई, जो एक डॉलर के मुकाबले 7,03,000 रियाल तक पहुंच गई। केंद्रीय बैंक मुद्रा को स्थिर करने के लिए कदम उठा सकता है। 2018 में अमेरिका के परमाणु समझौते से हटने के बाद से ईरान पर प्रतिबंधों का दबाव है, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है।