डूंगरपुर।  श्री हरिदेव जोशी सामान्य चिकित्सालय प्रशासन बांसवाड़ाऔर जयपुर में दूषित भोजन और पानी से बीमार हुए सैकड़ों लोगों को देखकर भी नहीं चेता है। अस्पताल प्रशान की लापरवाही से कहीं डूंगरपुर अस्पताल में भी कोई हादसा न हो जाए।

आप को बताते चलें कि हाल ही में बांसवाड़ा के एक सरकारी स्कूल में दूषित भोजन खाने से 32 बच्चों की जान पर बन आई थी। जिन्हें स्कूल में पोषाहार खाने के बाद लगातार उल्टी-दस्त शुरू हो गए थे। जिनका उपचार आज भी बांसवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में जारी है। वहीं, जयपुर में भी दूषित पानी पीने के कारण तकरीबन 200 से भी ज्यादा लोग बीमार हो गए थे। हाल ही में हुए इन हादसों से भी डूंगरपुर अस्पताल प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया। इसका खुलासा हुआ डूंगरपुर जिला कलक्टर के निरीक्षण के दौरान। जिला कलक्टर सुरेंद्र कुमार सोलंकी ने सोमवार सुबह श्री हरिदेव जोशी सामान्य चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। वे सोमवार सुबह करीब नौ बजे अचानक अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने अस्पताल परिसर में स्थित कैंटीन का अवलोकन किया। यहां खाद्य सामग्री खुली और बहुत गंदगी पसरी थी। गंदगी का आलम देख कलक्टर सोलंकी ने नाराजगी जताई। साथ ही ठेकेदार को तलब कर कैंटीन को हाईजीन रखने के लिए पाबंद करने के निर्देश दिए।

इसके अतिरिक्त उन्होंने आउटडोर, एमटीसी, शिशु वार्ड, ट्रोमा यूनिट सहित अनय कई वार्डों का भी अवलोकन किया। डा. आईएल पंचाल, डा. निलेश गोठी, डा. राहुल पंचाल आदि ने व्यवस्थाओं की जानकारी दी। कलक्टर सोलंकी ने साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने तथा मरीजों को हर संभव बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

कलक्टर ने दवा भंडारण केंद्र का भी अवलोकन कर मौसमी बीमारियों के मद्देनजर पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कुछ दवाओं की एक्सपाइरी डेट भी जांची।