लॉयन न्यूज। यूरिन इंफेक्शन महिलाओं में ही नहीं, बच्चों में भी एक गंभीर समस्या है। स्वच्छता का ध्यान न रखने और लंबे समय तक डायपर पहनाने से छोटे बच्चों में खासकर लड़कियों में यह समस्या ज्यादा होती है। सही समय पर इस बीमारी का इलाज करवाना बहुत जरूरी है।
बच्चियों में संक्रमण की आशंका अधिक
जो बच्चे लंबे समय तक डायपर पहने रहते हैं। वे कई बार उसमें स्टूल भी पास कर देते हैं। इस वजह से कई बार बच्चों में यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन हो जाता है। लड़कियों के शरीर की बनावट ऐसी है कि यूटीआइ संक्रमण की आशंका उनमें ज्यादा रहती है।
दवा से भी नहीं उतरे यदि बुखार
बच्चा हर एक से डेढ घंटे में यूरिन करे तो यह संक्रमण का लक्षण है। पेटदर्द, चिड़चिड़ापन, बुखार आदि समस्या भी हो सकती है। यदि दवा देने से भी बुुखार नहीं उतरे तो यूरिन की जांच करवाएं। कई बार सिर्फ बुखार भी लक्षण हो सकता है।
टॉयलेट रोकने से दिक्कत
छोटे बच्चे स्कूल में टॉयलेट जाने में हिचकिचाते हैं और यूरिन रोककर रखते हैं तो इससे संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए बच्चों में थोड़े-थोड़े अंतराल में यूरिन जाने की आदत डालें। यदि टॉयलेट साफ नहीं है तो इससे भी संक्रमण हो सकता है।
तरल पदार्थ ज्यादा दें
कुछ बच्चे कम पानी पीते हैं। इससे यूरिन में एसिड का स्तर बढ़ जाता है। इसलिए बच्चों को पानी ज्यादा पिलाएं। पानी के अलावा अन्य तरल पदार्थ जैसे दूध, नींबू पानी, नारियल पानी, फलों का जूस आदि देते रहें।