पहला सुख निरोगी काया

लॉयन न्यूज, बीकानेर। हरी मिर्च यूं तो भारतीय घरों में रसोई का एक जरूरी हिस्सा है। सुबह के नाश्ते से लेकर रात के डिनर तक सब्जी से लेकर दाल और सलाद तक में हाजिर रहने वाली हरी मिर्च सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि वजन पर नियंत्रण रखने में भी कारगर है। क्या कहा, आपको नहीं मालूम था। तो चलिए हम बताते हैं।

मेटाबॉलिज्म बढ़ाती है हरी मिर्च
हरी मिर्च में पाये हमारे शरीर के लिए आवश्यक आयरन, पोटेशियम, विटामिन ए व विटामिन सी पाये जाते हैं। इसके साथ ही इसमें कैपसाइसन नामक का कम्पाउंड भी पाया जाता है जो कि इसके तीखे और कड़वे स्वाद के लिए भी जिम्मेदार है। ये कैपसाइसन हमारे शरीर में मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। अब इतना तो आप भी जानते ही हैं कि मेटाबॉलिज्म का बढऩा मतलब वजन का नियंत्रण में रहना।
आहार विशेषज्ञ बताते हैं जब हम हरी मिर्च खाते हैं तो इसका तीखा स्वाद हमारे शरीर में गर्मी पैदा करता है जिससे मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है। शरीर में जमा फैट भी टूटने लगता है जिससे वैट लॉस में मदद मिलती है। हरी मिर्च हमारे पेट के लिए भी फायदेमंद है। इसके सेवन से हमारे पेट में गैस्ट्रिक ज्यूस का उत्पादन बढ़ जाता है। गैस्ट्रिक ज्यूस में डाइजेस्टिव एन्जाइमस होते हैं जो एक तरह का प्रोटीन है जो खाना पचाने में मदद करता है। जो एसीडीटी, गैस और पेट फूलने जैसी दिक्कतों से राहत दिलाते हैं।
लेकिन विशेषज्ञ बताते हैं कि हरी मिर्च के फायदे तो बहुत हैं लेकिन एक स्वस्थ आदमी को एक दिन में 3 कच्ची हरी मिर्च से ज्यादा मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए।