लालसोट (दौसा)। पीपली पातलवास गांव के रा.उ.प्रा.वि. में मंगलवार को प्रधानाध्यापक द्वारा एक शिक्षक की गर्दन पर घूंसा (मुक्का) मारने का मामला सामने आया है। इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने विद्यालय पर ताला लगाकर प्रदर्शन किया। घटना को लेकर पीडि़त शिक्षक महेन्द्रप्रसाद शर्मा एवं ग्रामीणों ने बीईईओ को ज्ञापन देकर प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

रजिस्टर में हस्ताक्षर को लेकर अड़ गए दोनों 

शिक्षक ने ज्ञापन में बताया है कि वह मंगलवार सुबह आठ बजकर एक मिनट पर विद्यालय पहुुंच गया था, लेकिन इससे पहले ही प्रधानाध्यापक कजोड़मल मीना नेे हाजिरी रजिस्टर को आलमारी में रखकर उसका ताला बंद कर दिया। जब बार-बार रजिस्टर में हस्ताक्षर करने की मांग की तो प्रधानाध्यापक ने गर्दन पर घूंसा (मुक्का) मार दिया। हंगामा होते देख रामप्रसाद मीना, गंगासहाय मीना, बाबूलाल मीना समेत कई जने विद्यालय पहुंचे और दोनों के बीच हो रही कहासुनी को शांत कराकर रजिस्टर में शिक्षक के हस्ताक्षर कराए।

ग्रामीणों ने भी स्कूल पर ताला जड़ा

कुछ देर बाद डूंगरपुर सरपंच कृष्णावतार मीना समेत कई अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और घटना के विरोध में विद्यालय के ताला जड़ प्रवेश द्वार पर प्रदर्शन करने लगे। बाद में ग्रामीणों के एक प्रतिनिधि मंडल ने बीईईओ को घटना की जानकारी देेकर प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

बीईईओ ने खुलवाया ताला 

दोपहर को बीईओ रामकिशोर मीना भी पीपली पातलवास गांव के राउप्रावि पहुंचे और ग्रामीणों को समझाते हुए विद्यालय का ताला खुलावाया। उन्होंने ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का भरोसा देकर बताया कि मामले की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को दे दी गई है। इसके अलावा शिक्षक की ओर से दिए गए परिवाद को भी जिला शिक्षा अधिकारी को भेज दिया गया है।

मारपीट व मुक्का मारने का आरोप झूठा

प्रधानाध्याक कजोड़मल मीना ने बताया कि शिक्षक महेन्द्र प्रसाद शर्मा आठ बज कर तीन मिनट पर विद्यालय पहुंचा। उसके साथ मारपीट एवं मुक्का मारने का आरोप निराधार है। ग्रामीणों के आरोप भी झूठे हैं।