नगर. भरतपुर।.  क्षेत्र के गांव मानौता कला के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बच्चों की सुविधा के लिए पिछले साल स्वीकृत किए गए दो कमरे अब तक तैयार नहीं हो सके  हैं। इन कमरों के निर्माण के शुरुआती दौर में ही घटिया सामग्री के उपयोग की शिकायत होने के बाद इसका काम बंद हो गया। करीब एक साल से यूं ही खड़ी कमरों की दीवारों पर डाला गया लैंटर भी अब गिर चुका है।मनौता कला के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बच्चों की सुविधा के लिए दो अतिरिक्त कमरों तथा बरामदे के निर्माण के लिए रमसा की ओर से 14.60 लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे। इस स्वीकृति के बाद कमरों का निर्माण मार्च 2015 में शुरू हो गया, जिसे अगस्त तक पूरा होना था। जानकारी के मुताबिक  कमरों का निर्माण शुरू होने के शुरुआती दौर में ही विद्यालय प्रशासन ने निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग करने की शिकायत की।इस सम्बंध में विद्यालय की एसडीएमसी कमेटी ने भी आपत्ति जताते हुए मामले में जिला कलक्टर सहित विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखे। विद्यालय  प्रशासन की शिकायत के बाद कमरों का निर्माण मौके पर बंद करा दिया गया। लेकिन, इसके बाद से इस मामले का कोई हल ही नहीं निकल सका। पिछले कई माह से यूं ही खड़ी दीवारों के ऊपर डला लैंटर भी 4 अप्रेल 2016 को गिर गया।

यहां कमरे हैं जरूरी

जानकारी के मुताबिक 12वीं तक चलने वाले इस स्कूल में कहने को तो 11 कमरें हैं, लेकिन इनमें से 4 पहले से जर्जर हैं। शेष बचे 7 कमरों में ही सभी कक्षाओं को बिठाना पड़ता है। इसमें परेशानी होती है। इसलिए बच्चों की सुविधा के लिए दो अतिरिक्त कमरे स्वीकृत हुए, लेकिन इनका काम पूरा नहीं हो सका।

नहीं दिया गया ध्यान

विद्यालय प्रशासन का कहना है कि निर्माणाधीन कमरों का कार्य 31 अगस्त 2015 को पूरा हो जाना चाहिए था। घटिया निर्माण सामग्री के चलते बंद हुआ कार्य फिर शुरू ही नहीं हो पाया। एक साल में केवल कमरों की दीवारें खड़ी हो पाई। ऐसे में इन कमरों का लाभ बच्चों को अभी मिलता नहीं दिखाई दे रहा है।

ये भी हैं परेशानी की वजह

विद्यालय में पेयजल से लेकर अध्यापको की कमी सहित अन्य परेशानियों से यहां के बच्चे जूझ रहे हैं। स्कूल प्रशासन ने बताया कि पेयजल के लिए लगाई गई समर्सिबल का पानी सूख चुका है। इसके चलते बच्चों को दूर के हैण्डपम्प से पीने का पानी लाना पड़ता है। इस स्कूल में एक लेक्चरार व एक वरिष्ठ अध्यापक का पद रिक्त चल रहा है।ओमप्रकाश शर्र्मा प्रधानाचार्य राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मानौता कलां ने बताया कि कमरों के दीवार के निर्माण में लगे लेंटर के टूटने के बाद ही रमसा कार्यालय पर सूचना पहुंचा दी गई। साथ ही ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग करने के मामले में एक शिकायती पत्र भी लिखा गया।लखनपाल सिंह एडीपीसी रमसा ने बताया कि सम्बंधित संवेदक ब्लेक लिस्टेड करने की तैयारी चल रही है। अब यह काम नए तरीके से होगा।