घर से निकले थे दो जून की रोटी के लिए, नसीब हुआ ‘कफन’



डूंगरपुर। किसी ने सही ही कहा है, कब किसी के साथ क्या हो जाए किसी को नहीं पता है। और बिल्कुल ही एेसा डूंगरपुर के नारायण डामोर और कांति के साथ। ये दोनो सुबह घर से निकले थे। दो जून की रोटी के जुगाड़ में लेकिन हाथ लगी मौत।
पेशे से श्रमिक दोनो युवक जीप पलटने से काल के ग्रास बन गए। सिर्फ यही नहीं इनके अलावा 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बिछीवाड़ा मार्ग पर सोमवार सुबह करौली-काली घाटी के निकट जीप अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में जीप में सवार दो युवक की मौत हो गई तथा इसमें सवार 8 लोग घायल हो गए।

जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह सवारियां लेकर बिछीवाड़ा से डूंगरपुर की ओर आ रही जीप करीब साढे आठ बजे करौली काली घाटी के निकट पलट गई। इससे जीप में सवार भेहणा निवासी नारायण (30) पुत्र हूका डामोर, कांंति (40) पुत्र वालजी डामोर, सुकना (15) पुत्री कंाति डामोर, नयना (25) पत्नी राजू बरंडा, शिवपुरा पाली निवासी नारायण राम (50) पुत्र रघपुनाथराम कुमावत, भंवरलाल (50) पुत्र रूपाराम कुमावत, उदयपुरा निवासी रूपेंग (45) पुत्र कमलजी पटेल, नवलश्याम निवासी जीवा (30) पुत्र नगजी कलासुआ, रामा (25) पुत्र थावरा भराड़ा तथा कनबा निवासी शांतिलाल (72) पुत्र पन्नालाल पंड्या घायल हो गए।
108 एम्बुलेंस के ईएमटी रामचंद्र तथा पायलट पवन लबाना घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल ला रहे थे। इसी दौरान नारायण डामोर ने दम तोड़ दिया। इलाज के दौरान कांति पुत्र वाला की भी मृत्यु हो गई। इधर, सूचना मिलने पर कनबा चौकी प्रभारी नरेंद्रसिंह, कांस्टेबल खुशपालसिंह भी मौके पर एवं जिला अस्पताल पहुंंचे।
कलक्टर ने पूछी कुशलक्षेम
अस्पताल के निरीक्षण के लिए पहुंचे कलक्टर को हादसे की जानकारी मिलने पर उन्होंने वार्डों में पहुंचकर घायलों की कुशलक्षेम पूछी। अस्पताल स्टाफ को आवश्यक उपचार तुरंत करने के निर्देश दिए।