बागौर।  घर की दहलीज पर तोरण के लिए आई बारात देख मौसेरे भाई के साथ भागी दुल्हन ने आखिरकार 21 दिन बाद समझाने पर बैरंग लौटे दूल्हे से शादी रचा ली। इसके लिए समाज के पंचों, थानाधिकारी व सरपंच ने दुल्हन व परिजनों को समझाया था।जानकारी के अनुसार क्षेत्र के चाँदरास गांव में 22 अप्रैल को नाथद्वारा के कोठारिया से आई एक बारात आई थी। तोरण पर जाने के बाद पता चला की दुल्हन तो अपने मौसेरे भाई के साथ भाग गई। जिसका दुल्हन के पिता ने 23 अप्रैल को बागोर थाने में मामला दर्ज कराया था। बागोर थानाधिकारी सहदेव सिंह मीणा ने दुल्हन विमला को इन्दौर से दस्तयाब कर उसे परिजनो को सौप दिया था। बागोर थानाधिकारी सहदेव सिंह व समाज के पंच एवं थाने के सीएलजी सदस्य व सरपंच सुखदेव गुर्जर ने दोनों परिजनों को समझाया। जिससे दोनों दुल्हा दुल्हन फिर से हमराही बनने को तैयार हो गए । जिसके चलते आखिऱकार देर रात गांव के पास स्थित अरन्यारानी माता जी परिसर में दोनों का विवाह संपन्न हुआ ।