गणपति विसर्जन 28 को

लॉयन न्यूज, बीकानेर।
गणेश चतुर्थी मंगलवार, 19 सितम्बर को मनाई जाएगी। इस दिन मध्याह्न गणेश पूजा मुहूर्त 11:17 से 01:43 तक रहेगा।
ज्योतिषी पंडित मनोज व्यास के अनुसार
2 घण्टे 26 मिनट की अवधि में ही पूजन किया जाना चाहिए।
व्यास के अनुसार चतुर्थी को चन्द्रदर्शन काफी समय के लिए वर्जित भी रहेगा। 19 सितंबर को सुबह 10 बजे से रात नौ बजकर एक मिनिट तक, 11 घंटे एक मिनिट तक रहेगा।
गणेश विसर्जन गुरुवार, 28,सितम्बर 2023 को होगा।

गणेश चतुर्थी का व्रत एवं पूजन 19 सितम्बर 2023 को है । ‘इस दिन स्नान, दान, जप और उपवास करने से 100 गुना फल होता है ।Ó (भविष्यपुराण)

भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी (कलंकी चौथ) को चन्द्रदर्शन करने से मिथ्या दोष लगता है । इस वर्ष दिनांक 18 सितम्बर और 19 सितम्बर – दो दिन चन्द्रदर्शन न करें ।

19 सितम्बर – चन्द्रदर्शन निषिद्ध (चन्द्रोस्त – रात्रि 09:18)

भूलवश चन्द्रदर्शन हो जाये तो उसका प्रभाव कम करने के लिये

इस मंत्र का 21, 51 या 108 बार जप करके पवित्र किया हुआ जल पीयें ।

मंत्र:-
सिंह: प्रसेनमवधीत् सिंहो जाम्बवता हत: ।*द्य
*सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्येष स्यमन्तक: ।।

अर्थ – ‘सुंदर सलोने कुमार ! इस मणि के लिये सिंह ने प्रसेन को मारा है और जाम्बवान् ने उस सिंह का संहार किया है; अत: तुम रोओ मत । अब इस स्यमन्तक मणि पर तुम्हारा ही अधिकार है ।’
(ब्रह्मवैवर्तपुराण)

श्रीमद् भागवत’ के 10वें स्कंध के 56-57वें अध्याय में दी गयी ‘स्यमंतक मणि की चोरीÓ की कथा का आदरपूर्वक पठन-श्रवण करना चाहिए ।

भाद्रपद शुक्ल तृतीया या पंचमी के चन्द्रमा का दर्शन करना चाहिए ।

भविष्य पुराण के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी का नाम ‘शिवा’ है । इस दिन किये गये स्नान, दान, उपवास, जप आदि सत्कर्म 100 गुना हो जाते हैं ।

इस दिन जो स्त्री अपने सास-ससुर को गुड़ के तथा नमकीन पुए खिलाती है वह सौभाग्यवती होती है । पति की कामना करनेवाली कन्या को विशेषरूप से यह व्रत करना चाहिए ।