लॉस एंजिलिस. अमेरिका की फेडरल एजेंसी एफबीआई ने सैन बर्नार्डिनो हमलावर का आईफोन अनलॉक कर लिया है। इससे पहले एप्पल ने एफबीआई की मदद करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद एजेंसी ने फोन हैकिंग में थर्ड पार्टी की मदद लेने की बात कही थी।
 – फेडरल अथॉरिटी ने एप्पल से हमलावर सैयद रिजवान फारुख के आईफोन डाटा को अनलॉक करने के लिए मदद मांगी थी।
– एप्पल ने इसे यूजर्स की प्राइवेसी काे खतरा बताकर मदद करने से इनकार कर दिया था। तब से एफबीआई और कंपनी के बीच ठनी हुई है।
– बीते महीने कैलिफोर्निया की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में प्रॉसिक्यूटर्स ने कहा था, “एफबीआई एप्पल की मदद के बिना भी थर्ड पार्टी से आईफोन को अनलॉक करने के तरीके ढूंढ रही है।”
– एफबीआई ने ये नहीं बताया है कि आईफोन अनलॉकिंग में किसकी मदद ली है। लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें इजरायली फोरेंसिक कंपनी का हाथ है।
– जांच एजेंसी ने कहा कि आरोपी हमलावर फारुख और उसकी वाइफ तश्फीन इस्लामिक स्टेट से इंस्पायर्ड थे। उनके आईफोन का डाटा इसे साबित करने का अहम सबूत हो सकता है।
एप्पल डिवाइस में इनक्रिप्टेड डाटा सपोर्ट
– सितंबर 2014 से जितने भी एप्पल डिवाइस आ रहे हैं, उसमें टेक्स्ट मैसेजेस और फोटोग्राफ्स इनक्रिप्टेड रहते हैं।
– अगर डिवाइस लॉक रहता है, तो डाटा एक्सेस करने के लिए यूजर्स को पासकोड की जरूरत होती है।
– 10 बार पासकोड गलत लिखने से डाटा खुद-ब-खुद डिलीट हो जाता है।
– एप्पल के मुताबिक, उनका स्टाफ भी किसी भी कस्टमर का डाटा एक्सेस नहीं कर सकता।
– एडवर्ड स्नोडन द्वारा यूएस गवर्नमेंट पर सर्विलांस का आरोप लगाने के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया था।
बीते साल हुआ था सैन बर्नाडिनो में आतंकी हमला
– 2 दिसंबर को कैलिफोर्निया के सैन बर्नार्डिनो स्थित एक कम्युनिटी सेंटर पर टेरर अटैक हुआ था। 14 लोगों की मौत हुई थी।
– पाक मूल के कपल सैयद फारुख और उसकी पत्नी तश्फीन मलिक ने हमले को अंजाम दिया था। दोनों आईएसआईएस से जुड़े हुए थे।