श्री गणेशाय नम:
मनोज व्यास
17 – जनवरी  – 2019
पंचांग
तिथि  – एकादशी  22:38
नक्षत्र  – कृत्तिका  13:43
करण :
वणिज  – 11:25
विष्टि – 22:37
पक्ष  – शुक्ल 
योग  – शुक्ल  25:15
वार  – गुरूवार
सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ 
सूर्योदय –  07:29
चन्द्र राशि –  वृषभ
सूर्यास्त  – 18:04
ऋतु – शिशिर
हिन्दू मास एवं वर्ष
विक्रम सम्वत –  2075
मास – पूर्णिमांत  पौष
शुभ और अशुभ समय    
शुभ समय    
अभिजित  – 12:25- 13:08
अशुभ समय   
राहु काल  – 13:30 – 15:00
दिशा शूल  – दक्षिण
परिहार – आज दही खाकर निकले !
आज पुत्रदा एकादशी
( संतान प्राप्ति के लिए )
आज एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।
एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।
जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।
एकादशी को दिया जला के विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें …….विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l
एकादशी के दिन ये सावधानी रहे
 महीने में १५-१५ दिन में  एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के जो दिन चावल खाता है… तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है..
चोघडिया 
शुभ    –     07:29 –   08:48
चल    –    11:27 –   12:46
लाभ    –   12:46 –   14:06
अमृत  –   14:06 –   15:25
शुभ  –      16:45-   18:04
अमृत    –   18:04 –   19:45
चल     –     19:45 –   21:25
आज का दिन और राशियों पर प्रभाव
मेष – शुभ
वृषभ – शुभ
मिथुन – अशुभ
कर्क – उत्तम
सिंह – शुभ
कन्या – शुभ
तुला – अशुभ
वृश्चिक – सामान्य
धनु – श्रेष्ठ
मकर – शुभ
कुंभ – अशुभ
मीन – शुभ
कौनसी राशि में बैठे हैं कौन से ग्रह
सूर्य – मकर
चंद्रमा – वृषभ
मंगल – मीन
गुरु – वृश्चिक
शुक्र – वृश्चिक
बुध – धनु
शनि – धनु
राहु – कर्क
केतु – मकर