ईयरफोन कान को पहुंचाता है इतना नुकसान! कहीं आप तो नहीं शिकार?





जयपुर। अपने आसपास ऐसे युवाओं को तो आपने जरूर देखा होगा, जो लगातार कानों में ईयरफोन लगाए रहते हैं, शायद आप भी ऐसा करते होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं ये ईयरफोन लगाना और तेज आवाज में गाना चलाना आपके लिए नुकसानदायक है? हम आपको बता रहे हैं ईयरफोन से होने वाले नुकसान और ईयर फोन से जुड़ी कई सावधानियों के बारे में…
ईयरफोन से कान खराब होने के मामले और सड़क पर ईयरफोन के इस्तेमाल से होने वाली दुर्घटनाएं के बारे में आपने सुना या पढा होगा। ईयरफोन के लगातार प्रयोग से सुनने की क्षमता 40 से 50 डेसीबेल तक कम हो जाती है। कान का पर्दा वाइब्रेट होने लगता है। दूर की आवाज सुनने में परेशानी होने लगती है। यहां तक कि इससे बहरापन भी हो सकता है।

आज लगभग पचास प्रतिशत युवाओं में कान की समस्या का कारण ईयरफोन का अत्यधिक प्रयोग है। ईयरफोन के अत्यधिक प्रयोग से कान में दर्द, सिर दर्द या नींद न आने जैसी सामान्य समस्याएं हो सकती हैं।
वहीं ईयरफोन का इस्तेमाल कम से कम करने की आदत डालें। अगर आपको घंटों ईयरफोन लगाकर काम करना है, तो हर एक घंटे पर कम से कम 5 मिनट का ब्रेक लें। अच्छी क्वालिटी के ही हेडफोन या ईयरफोन का प्रयोग करें और ईयरबड की बजाय ईयरफोन का प्रयोग करें क्योंकि यह बाहरी कान में लगे होते हैं।
तेज आवाज में संगीत सुनने से मानसिक समस्याएं तो ग्रसित करती ही हैं हृदय रोग और कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है़। उम्र बढ़ने के साथ बिमारियां सामने आने लगती है़ं। यह बाहरी भाग के कान के परदे को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ अंदरूनी हेयरसेल्स को भी तकलीफ पहुंचाता है़।
बता दें कि आमतौर पर कान 65 डेसिबल की ध्वनि को ही सहन कर सकता है। लेकिन ईयरफोन पर अगर 90 डेसिबल की ध्वनि 40 घंटे से ज्यादा सुनी जाए तो कान की नसें पूरी तरह डेड हो जाती है।
डॉक्टर्स के अनुसार ईयरफोन के ज्यादा उपयोग से कानों में अनेक प्रकार की समस्या हो सकती हैं, जिनमें कान में छन-छन की आवाज आना, चक्कर आना, सनसनाहट, नींद न आना, सिर और कान में दर्द आदि मुख्य हैं।