इस सब्जी का छिलका बड़ा गुणकारी

लॉयन न्यूज, बीकानेर। ‘सब्जी क्या बनाऊं?’ ये एक सवाल हर दिन भारत के लगभग हर घर में औसतन 2-3 बार तो पूछ ही लिया जाता है। और जब असमंजस की स्थिति बनती है तो कुछ स्पेशल बनाने से लेकर फटाफट छौंकने की स्थिति में आलु ही एकमात्र ऐसी सब्जी है जो सबसे ज्यादा उपयोग में ली जाती है। अगर आपके किचन में आलू तो आप कुछ भी फटाफट से लेकर कुछ स्पेशल, स्नैक्स से लेकर मेनकोर्स तक कुछ भी तैयार कर सकते हैं। लेकिन अपडेट होतीं रसाईयों में हमने आलू बरतने के तरीके में बदलाव करके ना इसके असली फायदों को हमसे दूर कर दिया है बल्कि इसे वैट गेनर से लेकर गैस और एसिडिटी का कारक तक बना दिया है।

दरअस्ल कुछ सालों पहले तक भी आलू को छिलके के साथ ही खाया जाता रहा है। कुछ खास मौकों या खास व्यंजनों में ही आलू को छीलकर डाला जाता था। ऐसे में आलु के छिलकों में पाये जाने वाले गुणकारी तत्वों का लाभ मिलता था।

न्यूट्रिशियन और डाईट विशेषज्ञों का कहना है कि आलू के छिलकों में भरपूर पोटेशियम पाया जाता है। पोटेशियम की संतुलित मात्रा हार्ट अटैक की गुंजाइश कम कर देती है क्योंकि पोटेशियम की वजह से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। हार्ट अटैक की संभावनाओं से बचने के लिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोटेशियम मिलते रहना चाहिए लेकिन ध्यान रहे कि सिर्फ प्राकृतिक स्रोतों से, कृत्रिम दवाओं या सप्लीमेंट्स से नहीं। पोटेशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को खाने से वाटर रिटेंशन की समस्या भी खत्म होती है, यानी मोटापे से भी बचाव।

एक बात और, आलू इस्तमाल करने से पहले आधे घंटे तक पानी में डुबो कर रखें, फिर साफ धोकर उपयोग में लाएं जिससे इसपर लगी मिट्टी और सूक्ष्मजीवी परत साफ हो जाए और यदि खेतों में रसायनों का छिड़काव हुआ है तो उनका असर भी कम हो जाए।