लॉयन न्यूज, नेटवर्क। जोधपुर एसीबी की टीम ने मंगलवार रात सदर बाजार थाने के एएसआई नंदकिशोर को सोजती गेट चौकी में साढ़े तीन लाख रुपए की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस मामले में थानाधिकारी सुरेश पोटलिया की संदिग्ध भूमिका की भी जांच की जा रही है। एएसआई ने थाना अधिकारी सुरेश पोटलिया के लिए पीडि़त से 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। मंगलवार रात को सोजती गेट पुलिस चौकी में पीडि़त रिश्वत के पैसे देने पहुंचा तो उसे एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ लिया। कार्रवाई देर रात तक जारी रही। एसीबी ने पूछताछ के बाद थानाधिकारी सुरेश पोटलिया और एएसआई नंदकिशोर को देर रात 2 बजे गिरफ्तार किया।

 

एसीबी के एएसपी दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया घोड़ों का चौक निवासी ज्वेलर ने शिकायत दी थी। शिकायत में बताया था कि ज्वेलर का लेन-देन को लेकर कुछ सटोरियों से विवाद चल रहा है। इसके चलते सटोरिया व्यवसाई को जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे और उसे परेशान कर रहे थे। इस मामले में दो आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पीडि़त ने 13 मार्च को पुलिस कमिश्नर को परिवाद दिया था। पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने कार्रवाई के लिए ये परिवाद सदर बाजार थाना पुलिस को भेजा था। इसके बाद परिवादी को थाना अधिकारी सुरेश पोटलिया ने जांच के लिए बुलाया गया था। थानाधिकारी सुरेश पोटलिया ने परिवाद की जांच एएसआई नंदकिशोर को सौंपी। आरोप है कि थानाधिकारी और एएसआई ने उससे 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। व्यापारी ने पैसे कम करने के लिए मिन्नत की तो एएसआई ने 50 हजार रुपए कम कर साढ़े 4 लाख रुपए लेना तय किया। बाद में 3 लाख 50 हजार पर सहमति जताई थी।

 

परिवादी ने बताया कि थाने में रिश्वत मांगने की वजह से परेशान होकर पीडि़त ने एसीबी को शिकायत की। एसीबी की टीम ने शिकायत का गोपनीय सत्यापन करवाया तो एएसआई नंदकिशोर के 5 लाख रुपए रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई। एएसआई ने केस दर्ज करने के नाम पर घूस मांगी थी। काम पूरा होने के बाद एएसआई ने थानाधिकारी को वॉट्सऐप कॉल कर जानकारी दी थी, इसकी रिकॉर्डिंग भी एसीबी के पास है। इसके बाद एसीबी टीम ने तुरंत एएसआई को रंगे हाथों पकड़ा।

 

इसके बाद मंगलवार रात को रिश्वत राशि देने के लिए पीडि़त को सोजती गेट चौकी बुलाया गया। जहां ऑफिस में एएसआई नंदकिशोर ने रिश्वत ली। पहले से ही तैयार एसीबी की टीम ने दबिश देकर एसआई नंदकिशोर को रंगे हाथों पकड़ लिया। उससे रिश्वत की राशि भी बरामद की गई। इसके बाद एसीबी की टीम ने एसआई की वॉट्सऐप कॉल पर थाना अधिकारी सुरेश पोटलिया से बात करवाई। बातचीत में एसआई ने पीडि़त से रिश्वत के रुपए लेने की जानकारी दी। एसीबी की कार्रवाई शुरू होने पर एसएचओ घर निकल गए जिन्हें रात को चौकी लाया गया। इसके बाद पोटलिया से पूछताछ की गई। बाद में पुलिस ने एएसआई और एसएचओ दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

 

सदर बाजार थाना अधिकारी की भूमिका संदिग्ध
मामले में सदर बाजार थानाधिकारी सुरेश पोटलिया की भूमिका संदिग्ध है। इसे देखते हुए तत्काल एसीबी टीम उसे घर से उठाकर सोजती गेट चौकी लेकर पहुंची। उस वक्त पोटलिया पुलिस की वर्दी में था। एसीबी ने खाकी का मान कायम रखने के लिए पोटलिया की वर्दी उतरवाकर सिविल ड्रेस पहनवाई। इसके बाद उससे पूछताछ की। अपने अधीन आने वाली चौकी में खुद ही आरोपी बनकर बैठे पोटलिया की आंखों से आंसू बहने लगे। इससे पहले एएसआई पर कार्रवाई के दौरान एसएचओ को पता नहीं चले, इसलिए चौकी के सभी स्टाफ के मोबाइल जब्त कर लिए गए थे। उसकी एएसआई से लेनदेन को लेकर वॉट्सऐप कॉल की रिकॉर्डिंग भी एसीबी के हाथ लगी है। इसमें रिश्वत राशि का जिक्र किया जा रहा है।