आॅनलाइन शाॅपिंग बाजार में आने के बाद से ही इसका क्रेज लोगों के सिर चढ़कर बोलने लगा। अपने घर या आॅफिस में आराम से बैठकर मनचाहा खरीदने की सुविधा लोगों काे बहुत रास आर्इ। इसमें बाजार की भीड़भाड़ आैर दुकानदार से मोल भाव करने का झंझट भी नहीं रहता इसलिए ग्राहक बड़े सुकून के साथ शाॅपिंग कर सकता है।

र्इ-काॅमर्स की जब शुरूआत हुर्इ तो इसके पेमेंट मैथड आैर कंपनियों की नीयत काे लेकर लोगों को काफी संशय बना रहता था। उन्हें डर था कि एक बार पेमेंट करने के बाद अगर उन्हें उनका सामान नहीं मिला या फिर उनके साथ कोर्इ धोखाधड़ी हुर्इ तो क्या होगा।

एेसे कर्इ मामले भी सामने आए जिन्होंने इस संशय को आैर बढ़ाया लेकिन समय के साथ एेसी तकनीक आैर तरीके विकसित कर लिए गए जिससे यह काम आसान हो गया। मसलन कैश आॅन डिलीवरी, सिक्योर पेमेंट मैथड इत्यादि।लेकिन इसके बावजूद भी आॅनलाइन काॅमर्स संबंधित फ्राॅड होने जारी है। इनमें फिशिंग इन दिनों काफी चर्चा में है।

फिशिंग में फ्राॅडस्टर्स एकदम असली जैसी दिखने वाली वेबसाइट की सहायता से यूजर्स को बेवकूफ बनाते हैं। बेचारे यूजर्स नकली वेबसाइट को असली समझ उस पर अपनी सारी प्राइवेट डिटेल्स शेयर कर लेते हैं। उनकी सारी महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर उनको लाखों रुपए की चपत लगा दी जाती है।

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि जरा सी सावधानियां रखकर आप इन चाेरियाें से खुद को बचाए रख सकते हैं। इसके लिए नीचे सुझाए गए 5 तरीके आपकी काफी मदद करेंगे।

1. जानी पहचानी वेबसाइट यूज करें 

गूगल पर सर्च करने पर मिलने वाली अनजान वेबसाइटों पर शाॅपिंग से बचें। केवल तब ही खरीदें जब आप इनको जानते हों। अमेजन आैर फ्लिपकार्ट जैसी या अन्य जानी पहचानी वेबसाइट से ही शाॅपिंग करने का प्रयास करें। नामी वेबसाइट एेसी कोर्इ भी गलत हरकत नहीं करती हैं जिनस यूजर्स के बीच सालों में बना उनका नाम, भरोसा आैर इमेज खराब हो। एेसी वेबसाइटों से बचें जो नामी वेबसाइटों की स्पेलिंग का एक लेटर या वर्ड बदलकर बनी हों। एक बार पढ़ने में ये एकदम आॅरिजनल ही दिखार्इ पड़ती हैं लेकिन ध्यान से देखने पर गलती का पता चलता है। मसलन कोर्इ वेबसाइट डाॅट काॅम की जगह अगर कोर्इ डाॅट नेट यूज करती है तो सावधान हो जाइए।

2. पेेमेंट से पहले लाॅक देखें

क्रेडिट या डेबिट कार्ड से पेमेंट करने से पहले केवल वे ही वेबसाइट यूज करें जिनका यूआरएल https:// से शुरू होता हो न कि http:// से। ये अापके ब्राउजर के ठीक नीचे आपको लाॅक्ड पैडलाॅक का आइकन भी देखने काे मिलेगा। ध्यान रहे कि कभी भी अपने क्रैडिट या डेबिट कार्ड की डिटले किसी को भी र्इमेल पर नहीं दे।

3. सभी जानकारियां देने से बचें 

आॅनलाइन शाॅपिंग में ज्यादा जानकारियां देने की कोर्इ जरूरत नहीं होती इसलिए केवल वे ही जानकारियां दें जो जरूरी हों। मसलन किसी भी आॅनलाइन शाॅपिंग वेबसाइट को आपके बर्थडे या सिक्योरिटी नंबर की जरूरत नहीं होती लेकिन अगर किसी फ्राॅडस्टर को आपका क्रेडिट कार्ड नंबर आैर ये जानकारियां मिल जाती हैं तो वह आपको बहुत नुकसान पहुंचा सकता है।

4. अकाउंट स्टेटमैंट चैक करते रहें

महीने के अंत में आने वाले बिल की प्रतिक्षा नहीं करें आैर समय-समय पर अपने क्रेडिट कार्इ, डेबिट कार्ड आैर अकाउंट स्टेटमेंट को चैक करते रहें। इनमें ध्यान से देखें की कहीं आपसे कोर्इ फालतू का चार्ज ताे नहीं लिया जा रहा है। एेसा होने पर 30 दिन के भीतर बैंक या कार्ड इश्यू करने वाली संस्था को सूचित करें।

5. कंप्यूटर को वायरस मुक्त रखें 

आॅनलाइन वेबसाइट पर टेंशन फ्री शाॅपिंग करने का एक तरीका यह भी है कि आपका कंप्यूटर वायरस सेफ हो। हैकर्स आपके कंप्यूटर में एेसे वायरस छोड़ सकते हैं जिनसे आपकी सारी प्राइवेट जानकारियां जो आप आॅनलाइन शाॅपिंग में देते हैं आॅटोमेटिक की उनके पास लीक हो जाएंगी। इसलिए अपने कंप्यूटर पर बढ़िया एंटीवायरस इंस्टाॅल कर इस परेशानी से हमेशा के लिए बचें।