बांसवाड़ा। पाटन थाना क्षेत्र के मोहकमपुरा ग्राम पंचायत के भंवरदा गांवके जंगलों में फतेसिंह की हत्या उसकी नई व पुरानी प्रेमिकाओं ने ही किया था। इसके बाद दोनों ने मिलकर शव को खाई में फेंक दिया था। पुलिस ने रविवार शाम को हत्याकांड का खुलासा कर दोनों प्रेमिकाओं को गिरफ्तार भी कर लिया है।

पुलिस ने हत्या के आरोप में फतेसिंह की दस साल पुरानी पे्रमिका भंवरदा निवासी मेहता पत्नी पीतू तथा उसी गांव की तीन महीने पहले प्रेमिका बनी जीवा पत्नी सोहन को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि भंवरदा के जंगलों की 40 फीट गहरी खाई में फतेसिंह पुत्र तेरसिंह चारेल का शव शनिवार को बरामद हुआ था।

इसमें नामजद आरोपित से पूछताछ में तथा कॉल डिटेल में मेहता का संदिग्ध रूप से नाम आया। इस पर मेहता से पूछताछ की गई तो उसने वारदात का खुलासा कर दिया।

यूं दिया वारदात का अंजाम

थाना प्रभारी ने बताया कि फतेसिंह के मेहता और जीवा से अवैध संबंध थे। इसमें मेहता से दस साल थे, लेकिन तीन माह पहले जीवा बीच में आ गई। इससे फतेसिंह का मेहता के संपर्क में नहीं था। इसलिए जीवा से ही उसके अवैध संबंध स्थापित थे। छह मई को फतेसिंह ने जीवा से कहा कि वह मेहता को जंगल में लेकर आए। जीवा जैसे-तैसे मेहता को किसी बहाने से भंवरदा गांव के जंगल में लेकर आई।

यहां नशे में धुत्त मिले फतेसिंह ने मेहता से जबरन संबंध स्थापित करने चाहे। इस पर मेहता ने विरोध किया, लेकिन फतेसिंह नशे में धुत्त होने की वजह से जबरदस्ती करने लगा। इस पर मेहता न फतेसिंह को धक्का मारा तो वो संभल नहीं पाया और पत्थर पर जाकर गिर पड़ा।

इससे फतेह के सिर में गहरी चोट आई और वह अचेत हो गया। तभी जीवा और मेहता ने दुपट्टे से उसका गला दबाया और खाई में पटक दिया और वहां से दोनों फरार हो गई।

मोबाइल ने पकड़वाया

फतेहसिंह को खाई में फेंकने से पहले मेहता ने उसके जेब से मोबाइल निकाल लिया। रास्ते में तो मोबाइल फोन मेहता ने रखा और बंद कर दिया। इसके बाद मेहता ने फतेसिंह का मोबाइल जीवा को दे दिया।

जीवा ने वह मोबाइल पहाड़ों में छिपा दिया और घर आ गई। थाना प्रभारी ने बताया कि जीवा का पति मध्य प्रदेश में मजदूरी करता है। जबकि मेहता का पति गांव में ही खेती का कार्य करता है। वहीं, फतेंसिंह मेट था। हाजिरी करता था इसलिए दोनों महिलाएं उसके संपर्क में थी।