जोधपुर ।  जोधपुर निरंकारी मिशन के प्रमुख  संत बाबा हरदेव सिंह ने एक माह पूर्व 14 अप्रेल को चैनपुरा स्थित अमृतलाल गहलोत स्टेडियम परिसर में आयोजित सत्संग समारोह के दौरान सदुपदेशों के माध्यम से मानवता की सुगंध बिखेरी थी ।

मानवता और प्रेम का संदेश दिया

मारवाड़ की धरा पर मानव कल्याण यात्रा के लिए आए संत हरदेव सिंह ने जोधपुर के बाद बाड़मेर, जैसलमेर में भी इंसान से इंसान को जोडऩे वाला मानवता और प्रेम का संदेश दिया।

दुखद घटना है

जोधपुर जोन के जोनल इंचार्ज हरिमोहन गहलोत ने कहा कि कल्याण यात्रा से मानवता, भाईचारे, आपसी प्रेम, सद्भाव व विश्व बंधुत्व का संदेश देने वाले मिशन के मार्गदर्शक संत के परमात्मा में विलीन होना निरंकारी अनुयायियों के लिए दुखद घटना है। उल्लेखनीय है दुनिया के 27 देशों में निरंकारी निरंकारी अनुयायी हैं।

सुबह ही आ गए थे 3000 सेवादार

शहर के लालसागर चैनपुरा स्थित अमृतलाल स्टेडियम में निरंकारी मिशनरियों का रेला लगा था। उस दिन सुबह तक तीन हजार सेवादार जोधपुर पहुंच गए थे। वहां विशाल पाण्डाल सजा था। निरंकारी संत बाबा हरदेवसिंह के सान्निध्य में 14 अप्रेल गुरुवार शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक लालसागर चैनपुरा स्थित अमृतलाल स्टेडियम में मेगा निरंकारी समागम लगा था। इसके लिए कई शहरों के निरंकारी अनुयायी यहां जुटे थे। भक्तों में गजब का उत्साह था।

यकीन ही नहीं होता

उस संत समागम के संयोजक व जोनल इंचार्ज रहे हरिमोहन गहलोत ने बताया कि समागम में बाबा हरदेवसिंह के प्रवचन सुनने के लिए लोग दूर दूर से जोधपुर आए थे। यकीन ही नहीं होता कि बाबा जी के साथ एेसा हादसा हुआ और एेसी दुखद खबर मिली।

बाबा जी कार से आए थे

उस दिन बाबा जी कार से आए थे और सीधे कार्यक्रम स्थल पहुंचे थे। वहां निरंकारी अनुयाइयों ने भजन व गीत पेश किए थे। सभी इस बात से खुश थे कि बाबा जी आ रहे हैं और सभी साक्षात न केवल उन्हें देख सकेंगे, बल्कि प्रवचन भी सुन सकेंगे। सबने तल्लीनता से उनके भजन सुने थे। अब यह सब हमारी यादों का हिस्सा है।

बाबा ने की थी पत्रिका की तारीफ

संत समागम के संयोजक व जोनल इंचार्ज रहे हरिमोहन गहलोत ने बताया कि उन दिनों राजस्थान पत्रिका की ओर से अशोक उद्यान स्थित ओपन एयर थिएटर के लिए थिएटर मांगे जिंदगी अभियान चल रहा था, इसी दौरान थिएटर की सफाई होने वाली थी, सेवादारों ने बाबा जी को बताया कि पत्रिका इस तरह का काम कर रहा है, इस पर बाबा जी ने कहा था, यह बहुत अच्छा है, जाओ और जरूर जाओ, जाना चाहिए। तब बडग़ूजर के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सेवादार बहन भाइयों ने श्रमदान किया था। यह सब बाबा जी की प्रेरणा से ही हुआ था।

मिशन के कारण मित्रता

पहले जोधपुर हाउसिंग बोर्ड और अब लालसागर मेे रह रहे मनोजकुमार शर्मा, जोधपुर के ही नृसिंह पालीवाल और भीनमाल सेवड़ी के पृथ्वीराज गोयल ने बताया कि यह संत निरंकारी मिशन में आने जाने और सद संदेशों का ही पुण्य प्रताप था कि हम तीन मित्र बने थे। सन 1987 की बात है, हम दसवीं कक्षा में पढ़ते थे और मिशन में आना जाना शुरू हुआ था। पालीवाल ने बताया कि उसमें बनवारीलाल शर्मा, डिम्पल, रविकुमार शर्मा व श्वेता शर्मा भी मिशन के कारण ही सत्संग मित्र बने थे।