• एमडीएम अस्पताल में पहली बार माइक्रोसर्जरी कर एक महिला की पांव की हड्डी से जबड़ा बना कर मुंह में फिट कर दिया गया। दंत रोग विभाग में पहली बार एेसी सर्जरी की गई, जिसमें सफलता भी प्राप्त हुई।

    जोधपुर। मथुरादास माथुर अस्पताल के दंत रोग विशेषज्ञों और प्लास्टिक सर्जन ने एक महिला के क्षतिग्रस्त जबड़े को हटाकर उसके स्थान पर टांग की हड्डी से नया जबड़ा बनाया।नागौर निवासी लक्ष्मी (20) जबड़े में सूजन की समस्या को लेकर अस्पताल आई थी। दंत रोग विभाग के डॉ. आशुतोष हर्ष ने जांच के बाद बताया कि जबड़े में गांठ हो गई है। एेसी स्थिति में जबड़े को हटाने के अलावा और कोई उपाय नहीं था।

    प्लास्टिक सर्जन डॉ. प्रकाश काला ने टांग की हड्डी (फिबुला) से रक्तवाहिनियों सहित छोटा सा ग्राफ्ट लेकर उससे जबड़ा तैयार किया और ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टरों की टीम ने नए जबड़े को चेहरे से जोड़कर रक्त संचार सुचारू किया। महिला स्वस्थ है।

    अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुनील गर्ग ने बताया कि यह माइक्रोवेस्टब्यूलर सर्जरी थी जो दंत रोग विभाग में पहली बार की गई। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों की टीम में डॉ. प्रज्ञा हर्ष, डॉ. पंकज जिंदल, डॉ. दिलीप सिंह चौहान, डॉ. नीलम, डॉ. राकेश और नर्सिंग स्टाफ हरीश व महेश का योगदान रहा।