लॉयन न्यूज, नेटवर्क।
आरपीएससी की ओर से हो रही सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक में पकड़े गए सभी अभ्यर्थियों को रविवार सुबह मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। उदयपुर पुलिस सुबह 7.30 बजे ही दो अलग अलग गाडिय़ों में सभी 49 आरोपियों को लेकर मजिस्ट्रेट के घर पहुंची। इसके बाद 7 महिला आरोपियों को 2 दिन और अन्य 42 आरोपियों को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया।

उदयपुर एसपी विकास शर्मा के अनुसार, पेपर लीक मामले में कल देर रात तक आरोपियों से पूछताछ के बाद लिखित कार्रवाई पूरी की गई। रविवार सुबह मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। आने वाले 2 दिनों में 7 महिला अभ्यर्थियों से कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए सवाल पूछे जाएंगे। कि उन्होंने पेपर के लिए सबसे पहले किस से बात की और कौन उनको इस बारे में सब कुछ बता रहा था? वही अब तक उदयपुर पुलिस की पकड़ में आए सुरेश विश्नोई और भजनलाल को भी आमने-सामने बिठाकर लंबी पूछताछ होगी। सुरेश ढाका और भूपेंद्र की तलाश की जा रही है। उदयपुर से भी जालोर और जयपुर के लिए टीमें रवाना की गई, जो लगातार दबिश दे रही है।

वही शनिवार शाम को आरपीएससी की फुल कमीशन बैठक में 40 अभ्यर्थियों को भविष्य की सभी परीक्षाओं से डिबार कर दिया गया है। वही पेपर लीक मामले में 4 सरकारी कर्मचारियों में प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार, वरिष्ठ शिक्षक रावताराम, कनिष्ठ सहायक पुखराज और सेकंड ग्रेड टीचर भागीरथ को निलंबित किया गया है।

आपको बता दें कि शनिवार को सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा से पहले 8 घंटे बस में लेकर इन 46 अभ्यर्थियों को सिरोही के रास्ते ले जाया गया और वापस बस में पेपर सॉल्व कराते हुए उदयपुर लाया जा रहा था। नाकाबंदी के दौरान पकड़े जाने के बाद पेपर के कंटेंट मैच होने पर आरपीसी ने इसे पर्चा आउट माना और परीक्षा को निरस्त कर दिया था। पकड़े गए 46 अभ्यर्थियों में दो एमबीबीएस सहित कुल उन 49 गिरफ्तार किए गए हैं। यह सभी राजस्थान के जालोर और जोधपुर जिले के रहने वाले हैं। इन अभ्यर्थियों ने किसी ने 10 लाख तो किसी ने 15 लाख रुपए में सौदा किया था।