कोटा।  .  लोगों को ऋण दिलाने के नाम पर लाखों रुपए हड़पने के आरोपित को गुमानपुरा पुलिस नागपुर महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लाई। उसे मंगलवार को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए 13 मई तक पुलिस रिमांड पर लिया गया। ली ने मई 2015 में रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया था कि उसे बोरखंडी में निजी आईटीआई भवन बनाने के लिए 2 करोड़ रुपए की जरुरत थी। उसने ऋण के लिए कई जगह आवेदन भी किए। इसी बीच भगवान नाम के एक व्यक्ति ने उसे बताया कि एम्बिस ग्रुप ऋण उपलब्ध कराती है। उसी ने ग्रुप के संचालक नागपुर महाराष्ट्र के त्रिमूर्ति नगर निवासी भूपेश खोबरागढ़े से सम्पर्क  कराया। वह दो बार कोटा आकर उससे मिला था। भूपेश ने उससे ऋण की ऐवज में 11 लाख रुपए उसके आईसीआईसीआई बैंक खाते में जमा कराने को कहा। इस पर उसने 10 लाख 70 हजार रुपए जमा भी करवा दिए। इसके बावजूद भी उसका न तो ऋण पास किया और न ही अमानत राशि लौटाई। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर भूपेश की तलाश की। थानाधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि भूपेश की गिरफ्तारी के लिए अनुसंधान अधिकारी उप निरीक्षक बद्धिप्रकाश नामा के नेतृत्व में टीम नागपुर भेजी गई थी। टीम ने स्थानीय पुलिस की सहायता से आरोपित को  सोमवार को त्रिमूर्ति नगर से गिरफ्तार किया। उसे मंगलवार को कोटा लाकर अदालत में पेश किया, जहां से उसे 13 मई तक पुलिस रिमांड पर सौंपा।

पता और आईडी सब फर्जी 

अनुसंधान अधिकारी बुद्धि प्रकाश ने बताया कि आरोपित काफी शातिर है। वह भोलेभाले लोगों को ऋण दिलाने के नाम पर रकम खाते में जमा करवाकर हड़पने में माहिर है।  एमबीए की डिग्री प्राप्त आरोपित ने एम्बिस ग्रुप नाम से जो कम्पनी बना रखी है वह भी फर्जी है। उसकी आईडी और पता तक फर्जी था।