देखिए करप्शन..ट्रेन में करो टीटी की जेब गर्म, तुरन्त मिल जाएगी बर्थ
अजमेर। टे्रन में चाहे कितनी भी भीड़ हो या सीटें खाली हो, टिकट चाहे सामान्य श्रेणी का हो या टिकट ही नहीं हो। जरूरत बस इतनी है कि टे्रन में तैनात चल टिकट निरीक्षक (टीटीई) से सम्पर्क कर रिश्वत की पेशकश दीजिए आपको किसी भी श्रेणी के कोच में न केवल बैठने बल्कि आराम से सोने के लिए भी बर्थ मिलेगी वो भी रेलवे की ओर से निर्धारित किराये से भी कम पैसे में। राजस्थान पत्रिका की टीम ने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए रानीखेत एक्सप्रेस में अजमेर से जयपुर और फिर जयपुर भोपाल एक्सप्रेस में जयपुर से अजमेर का सफर कर टे्रनों में पैसे लेकर बर्थ देने के गोरखधंधे को उजागर किया। दोनों स्टिंग के वीडियो और फोटो प्रमाण भी पत्रिका के पास मौजूद है।
केस 1
कुछ तुम करो, कुछ हम करेंगे
पत्रिका की टीम ने सुबह 11.30 बजे अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंचकर सामान्य श्रेणी के टिकट की खिड़की से 120 रुपए में अजमेर से जयपुर के दो टिकट खरीदे। टिकट खरीदने के बाद पत्रिका की टीम ट्रेन नं.15013 जैसलमेर-काठगोदाम रानीखेत एक्सप्रेस के थर्ड एसी कोच में पहुंची। पत्रिका की टीम ने प्रथम श्रेणी एसी कोच एच.1 में मौजूद टीटीई से सम्पर्क किया। पत्रिका की टीम ने उन्हें स्पष्ट तौर पर बताया कि उनके पास सामान्य कोच का टिकट है। लेकिन सामान्य कोच में जगह नहीं होने के कारण वे थर्ड एसी कोच में बैठ गए हैं और उन्हें अब थर्ड एसी कोच में बैठने के लिए सीट चाहिए। टीटीई ने कहा कि सीट तो मिलेगी, लेकिन आपको भी कुछ करना होगा क्योंकि ताली तो दोनों हाथ से ही बजती है। कुछ आप हमारे लिए करोगे तो हम आपके लिए करेंगे। टीटीई ने कहा कि बी 1 या बी 2 में कहीं भी बैठ जाओ मैं वहीं आकर बात कर लूंगा। कुछ देर बाद टीटीई थर्ड एसी कोच बी 2 में पहुंचे। उन्होंने पहले पांच सौ रुपए की मांग की और पांच सौ रुपए ले भी लिए। लेकिन सौ रुपए लौटाने के आग्रह पर वे दुबारा आए और सौ रुपए लौटा गए। उन्होंने कोच में अजमेर से जयपुर तक के सफर के लिए बर्थ नंबर 36 और 37 दे दी।
… तो आराम से करो सफर
राखीखेत एक्सप्रेस को टीटीई ने पत्रिका टीम को ऑफर किया कि अजमेर से जयपुर फस्र्ट एसी का किराया ग्यारह सौ रुपए है। एक जने का किराया मुझे दे दो, दोनों फस्र्ट एसी में बैठकर आराम से यात्रा करो।
केस 2
टॉयलेट के पास लिए साढ़े तीन सौ रुपए
पत्रिका की टीम ने शाम 5.45 बजे जयपुर रेलवे स्टेशन के प्लेफार्म नंबर 3 पर ट्रेन नं. 19711 जयपुर-भोपाल एक्सप्रेस के बी 1 कोच के बाहर खड़े टीटीई से सम्पर्क किया। पत्रिका टीम ने उन्हें भी स्पष्ट बताया कि उनके पास सामान्य कोच में यात्रा का टिकट है। लेकिन कोच में जगह नहीं होने के कारण वे एसी कोच में बैठना चाहते हैं। पहले ना-नुकुर करने के बाद टीटीई ने बी1 कोच में बर्थ नंबर 45 पर बैठने को कहा। टीटीई टे्रन में टिकट चैकिंग करते हुए टीम के पास पहुंचे। टीम ने उन्हें सामान्य श्रेणी का टिकट दिखाया। टीटीई ने अन्य यात्रियों के सामने होने के कारण कुछ देर बार बात करने को कहा। टे्रन के अन्य कोच में टिकट चैकिंग के बाद टीटीई दुबारा पत्रिका टीम के पास पहुंचे। टीम को इशारा कर कोच की केबिन के पास बने टॉयलेट के पास बुलाया और दो बर्थ के लिए चार सौ रुपए की मांग की। टीम ने चार सौ रुपए ज्यादा बताए तो साढ़े तीन सौ रुपए लेने को तैयार हो गए। पत्रिका टीम ने उन्हें 350 रुपए दिए, जिसे लेकर वे अन्य कोच में चले गए।
दोनों टे्रनों में चैकिंग स्टाफ जयपुर मंडल का है, जिनका मुख्यालय अजमेर है। इसलिए इस संबंध में उनके खिलाफ कार्रवाई जयपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ही करेंगे। आप मुझे इससे जुड़े फोटो या वीडियो देंगे तो मैं कार्रवाई के लिए जयपुर भेज दूंगा।