लॉयन एक्सप्रेस की ख़बर का असर, सरकारी शिक्षकों के कई वीडियो भी पहुंचे हमारे पास
* बिरमदेव रामावत
– प्राईवेट कोचिंग संस्थानों में पढ़ाते हुए सरकारी शिक्षकों के पहुंचने लगे वीडियो , लॉयन न्यूज़ कर रहा है सूची तैयार
– सरकार के निर्देश के बाद शिक्षक विभाग आया हरकत में
– कोचिंग संस्थानों में पढय़ा तो सरकारी टीचर पर गिर सकती है गाज, अध्यापकों पर रहेगी पैनी नजर
लॉयन न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर जिले में बेखौफ नियमों की धज्जियां उड़ाकर कोचिंग चला रहे सरकारी शिक्षकों की ख़बर लॉयन एक्सप्रेस में प्रकाशित होने के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है। इस संबंध में विभाग के अधिकारी कोचिंग के मोह में फंसे शिक्षकों को नोटिस भेजने का काम शुरू कर दिया है। वहीं शिक्षकों के कई वीडियो भी हमारे पास पहुंचे है। लॉयन एक्सप्रेस वीडियो का सत्यापन करने के बाद कोचिंग के मोह में फंसे सरकारी शिक्षकों के नाम उजागर करेगा। साथ ही कोचिंग सेंटरों के नाम भी प्रकाशित करेगा। अगर कोई सरकारी अध्यापक जो कोचिंग संस्थान में पढ़ाते है तो हमें बताइए।
शिकायत मिलते ही किया जाएगा सत्यापन, फिर कार्यवाही
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने बताया कि बिना लिखित अनुमति के कोचिंग सेंटर या घर कोचिंग कराने की शिकायत मिलते ही पहले सत्यापन किया जाएगा। इसके बाद अनुशासनत्मक कार्यवाही की जाएगी।
माध्यमिक निदेशक जारी किए आदेश
बीकानेर जिले में अब सरकारी स्कूलों के शिक्षक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं को पढ़ाते मिले तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इसको लेकर आदेश जारी किए है। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों में लगातार बढ़ती ट्यूशन की प्रवृत्ति पर शिकंजा कसने के लिए यह निर्णय किया है। पूर्व में केवल निर्देश जारी किए जाते रहे हैं, लेकिन अब ट्यूशन नहीं कराने के लिए बाध्य किया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने माना है कि शिक्षण व्यवस्था में ट्यूशन की प्रवृति बुराई है। कोचिंग केन्द्रों में बोलबालाबीकानेर शहर में अधिकतर कोचिंग सेटरों में सरकारी विद्यालयों के विषय अध्यापक छात्र-छात्राओं को पढ़ा रहे है। अनेक ऐसे शिक्षक हैं जो स्कूल से ज्यादा समय कोचिंग में पढ़ाने वाल केन्द्रों का दे रहे है। इससे वे स्कूलों में पूरा समय नहीं दे पा रहे है। इस तरह शिक्षकों की आदत हो गई। ग्रामीण इलाकों के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की इस प्रवृति के कारण शिक्षा का स्तर घट रहा है। जानकारी के अनुसार कई कोचिंग केन्द्र तो सरकारी स्कूलों के शिक्षकों ने संचालित किए हुए हैं। इस पर लगाम कसी जाएगी।
संभल जाएं, कोचिंग-ट्यूशन भूल जाएं..
यदि आप गवर्नमेंट टीचर हैं और कोचिंग या ट्यूशन के मोह में फंसे हुए हैं तो संभल जाइए। इस चक्कर में आपकी नौकरी जा सकती है। सरकार के निर्देश पर विभाग काफी काफी सख्त है और इसे लेकर ट्यूशन-कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षकों की सूची भी तैयार की जा रही है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि आपके पास सुधरने का यह अंतिम मौका है।
कोई भी कर सकता है कंप्लेंट
यदि किसी सरकारी विद्यालय में पढ़ा रहा टीचर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को पढ़ा रहे है तो इसकी गोपनीय शिकायत सीधे विभग ऑफिस में लिखित की जा सकती है। यही नहीं, सीधे इसकी शिकायत डीएम से भी की जा सकती है।
इनका कहना है
सरकारी शिक्षकों द्वारा कोचिंग पढ़ाने के लिए कोई नियम नहीं है। अगर कोई शिक्षक कोचिंग सेंटर में अध्ययन कराते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
– नथमल डिडेल, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा